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Top 15 Archaeological Evidences of The Bible | बाइबिल के १५ पुरातत्व प्रमाण

Top 15 Archaeological Evidences of The Bible

बाइबिल के १५ पुरातत्व प्रमाण



आज हम देखेंगे बाइबल के आर्कियोलॉजी के कुछ प्रमाण | अक्सर गैर-मसीही बाइबल और उसके ऐतिहासिकता पर सवाल उठाते मिलते हैं | वह कहते हैं कि बाइबल भी एक कहानियों भरा किताब है जैसे हिन्दुइस्म-इस्लाम या फिर कोई और धर्म जो इस दुनिया में मौजूद है | कुछ तो सालों पहले इतना तक कह चुके थे, कि यीशु नाम का व्यक्ति, एक काल्पनिक चरित्र है | लेकिन जब उन्हीं स्कॉलर्स में से सभी स्कॉलर्स ने खोजा और पाया, कि नहीं नहीं तुम इक्का दुक्की लोग झूठे हो गलत हो, यीशु के प्रमाण हिस्टॉरिकली और आर्कियोलॉजिकल इतने हैं, जितना दुनिया में किसी भी प्राचीन, ताकतवर और मशहूर इंसान का नहीं मिला, जो इस दुनिया में जिया था | 

दुनिया के सबसे मशहूर ऐतिहासिक इंसान किसको माना जाता है? आपने नाम सुना होगा एलेग्जेंडर द ग्रेट(Alexander the Great) या सिकंदर | दुनिया के ज्यादातर पढ़े लिखे लोगों को, और कुछ अनपढ़ों को भी सिकंदर के बारे में पता होगा | लेकिन क्या आपको पता है, कि जिस सोर्स से सिकंदर के बारे में दुनिया जानते है वह उसके मरने के कितने साल बाद लिखा गया? 300 साल बाद, और यीशु मसीह का? सिर्फ 40 साल | कहां 300 साल और कहां 40 साल | दुनिया का पहला और आखिरी धर्म यही है क्रिश्चियनिटी जिनके भगवान का डॉक्यूमेंट, सिर्फ 40 साल के अंदर मिलता है | दुनिया में 6000 से ज्यादा धर्म हैं, किसी का भी उठा लीजिए, क्रिश्चियनिटी को छोड़ एक भी अपने भगवान का हिस्टोरिकल सबूत, यीशु मसीह के तुलना में नहीं दिए और ना ही दे पाएंगे | तो जब सबूत इन स्कॉलर्स के पास है, तो ना चाहने के बावजूद भी इन गैर मसीहियों को मानना पड़ा, कि हां भाई आपके यीशु सच में एक हिस्टोरिकल फिगर हैं | चलिए अब देखते हैं कुछ और सबूत बाइबल में लिखे गए कुछ इंपॉर्टेंट फिगर्स के | 

आर्टिकल में आगे बढ़ने से पहले मैं एक बात क्लियर करना चाहूंगा. बाइबल को हम क्रिश्चियंस, शुरू से कभी भी एक हिस्टोरिकल किताब नहीं मानते और ना ही प्रचार करते हैं | बाइबल एक थियोलॉजी(Theology) की किताब है जिसे पढ़ के हम परमेश्वर के बारे में जानेंगे उनसे कनेक्ट हो पाएंगे | मैं आपको वो सभी सबूत नहीं दिखाऊंगा क्योंकि वह सब दिखाने बैठूं तो घंटों चला जाएगा | इसलिए मैं सभी सोर्सेस में से कुछ अनडिनायबल एविडेंस हैं उनको उठाकर आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूं | एविडेंस देखने से पहले एक और बात को आप ध्यान में रखिए | बाइबल की पहली किताब Genesis यानी उत्पत्ति के किताब को मूसा ने इजराइल के इजिप्त के गुलामी के बाद लिखा, ऐसा सभी स्कॉलर्स मानते हैं | उससे पहले किसी ने नहीं लिखा था | तो कोई यह ना पूछे कि आदम ने कहां पर यह लिखा वो लिखा, नूह ने क्या-क्या लिखा, अब्राहम ने क्या-क्या लिखा इसका सबूत दो उसका सबूत दो | तो मैं शुरू से ही ईमानदारी से कह देता हूं, इन लोगों ने कुछ नहीं लिखा | तो मैं आज जितने भी सबूत दिखाऊंगा, वह सभी चीजें मूसा के कालखंड से ही शुरू होगा |

1. Epic of Gilgamesh- एपिक ऑफ गिलगमेश -  एपिक को आप कहानी कह सकते हो | 1849 में एक अंग्रेज आर्कियोलॉजिस्ट को निनेवेह के शहर, जो आज के इराक यानी पहले के मेसोपोटामिया के शहर है, वहां के अशरबानीपल लाइब्रेरी में एक अककड़ियन(Akkadian) टेक्स्ट मिला जिसका नाम था द एपिक ऑफ गिलगमेश | उसके आधार पर उन्होंने कहा कि बाइबल में जो फ्लड की कहानी लिखी गई है वैसा ही कुछ मेसोपोटामिया के सभ्यता के लोग भी मानते और उसका रिकॉर्ड रखते थे | और आप सभी जानते हैं कि फ्लड की कहानी लगभग हर सभ्यता में मिलती है बस नाम और कहानी थोड़ा अलग होता है | फिर 1972 में जब एक और अंग्रेज आर्कियोलॉजिस्ट, जॉर्ज स्मिथ ने, मेसोपोटामिया में खुदाई की तो उन्हें कई टैबलेट्स मिले जिसके बारे में हमने कुछ दिन पहले देखा था जब हमने पाइथागोरस थ्योरम के बारे में डिसकस किया था | हमने देखा था कि मेसोपोटामिया के क्ले टैबलेट्स में पाइथागोरस थरम की झलक मिलते हैं | उन्हीं क्ले टैबलेट्स में से सात टैबलेट में और खास तौर पे टैबलेट 11 और 12 में, एक फ्लड की कहानी लिखी गई है | इन क्ले टैबलेट्स को एनुमा एलिस(Enuma Elish) टैबलेट्स भी कहा जाता है | इस कहानी के हिसाब से, उनके भगवान ने एक आदमी को चुना और उससे कहा कि एक बड़ा फ्लड होगा, एक नाव बनाओ, अपनी जान बचाओ | और हम जानते हैं बाइबल के पुराने नियम के उत्पत्ति के किताब में भी इसी तरह का एक कहानी लिखा गया है | वैज्ञानिक इन टैबलेट्स को डेट करते हैं 700 BC | अब एक सवाल निकल के सामने आता है कि जब टैबलेट का डेट 700 BC है तो कोई कैसे मान लेगा कि यह घटना 2000 BC से पहले का है? यह घटना या कहानी इसलिए सही है क्योंकि सभी वैज्ञानिक मानते हैं कि गिलगमेश एक हिस्टोरिकल राजा थे सुमेरियंस के | और बहुत सारे क्ले टैबलेट्स और आर्कियोलॉजिकल खंडर मिले जो साबित करता है की गिलगमेश एक ऐतिहासिक राजा थे और 2000BC से पहले वहां राज्य किए थे | तो जिस समय भारत के अयोध्या में मानव जाति रहना शुरू भी नहीं किए थे, ए एस आई(ASI) के हिसाब से | उस वक्त मेसोपोटामिया में रहने वाले लोग भी बाइबल में लिखे गए ग्रेट फ्लड के बारे में जानते थे और लिखा करते थे उनके अपने तरीके से |

2. Papyrus Brooklyn 35.1446- पपायरस ब्रुकलिन 35.1446- इसके नाम में ब्रुकलिन इसलिए है क्योंकि अब यह ब्रुकलिन के म्यूजियम में रखा गया है | जैसे कि आप स्क्रीन पर देख रहे हैं | यह है ब्रुकलिन म्यूजियम का ऑफिशियल पेज |


तो इस पपायरस का डेट है 1809 से 1743 BCE करीब-करीब 4000 साल पहले | यह इजिप्त के थीव्स शहर में मिला | आप यह सब ओपन करके इसके बारे में और जान सकते हैं | मैं आपको इसके खास बात के बारे में बताऊंगा जो बाइबल से जुड़ा है | मूसा के जन्म से पहले ही, और जोसेफ के मरने के बाद, इजराइली लोग इजिप्त में गुलाम थे जैसे कि निर्गमन 1 वचन 11 में लिखा गया है | 
इसलिये उन्होंने उन पर बेगारी कराने वालों को नियुक्त किया कि वे उन पर भार डाल डालकर उन को दु:ख दिया करें; तब उन्होंने फिरौन के लिये पितोम और रामसेस नाम भण्डार वाले नगरों को बनाया।

बाइबल के स्कॉलर्स उस समय को लगभग 1800/1700 BC के आसपास ही डेट करते हैं, जो ब्रुकलिन पपायरस के डेट के आसपास ही है | इतना सटीक सबूत कोई और धर्म के लोग दे सकते हैं? अब यह जो पपायरस मिला इसमें 95 गुलामों के नाम मिले जिनमें कुछ नाम एशियाटिक और सेमेटिक टाइप के थे | और हिब्रू भी एक सेमेटिक टाइप का लैंग्वेज है | सिर्फ इतना ही नहीं इस पपायरस में एक नाम मिला "शिप्रा" जो एक गुलाम थे और यह नाम बाइबल में हमें मिलता है निर्गमन के अध्याय 1 वचन 15 में |

शिप्रा और पूआ नाम दो इब्री धाइयों को मिस्र के राजा ने आज्ञा दी,

वैज्ञानिकों ने कहा कि इस तरह के सेमेटिक टाइप के नाम इजिप्ट में उस समय में मिलना कोई आम बात नहीं,  इसलिए इस वेबसाइट में लिखा है कि यह नहीं जानते कि यह नाम बाइबल में लिखे गए शिप्रा है या नहीं | सोचिए दोस्तों यह कहते हैं कि सेमिटिक टाइप का नाम 1800 BC में इजिप्ट में मिलना आम बात नहीं, और हम जानते हैं बाइबल से कि उस समय जोसेफ और उनके लोग इजिप्त में रहते थे | तो यह पॉसिबल है कि वहां पर सिमटिक टाइप का नाम मिले, और एविडेंस प्रूव कर रहा है यह शिप्रा नाम मिलके | और हम जानते हैं कोई भी गैर मसीही डायरेक्ट कैसे मान लेगा कि बाइबल सच है? इनके पास कोई और रीजन नहीं होता सबूतों को ठुकराने का तो लिख दिए We can not be certain that it refers to the same person described in the biblical text. इसलिए हम जानते हैं कि सबूत होने के बावजूद भी, ये लोग बाइबल को मानने से इनकार करेंगे क्योंकि इससे बाइबल सही साबित होगा और यह झूठे साबित होंगे | इसे कहते हैं दोगलापन इस पपायरस के ऊपर जर्नल में लेख भी लिखे गए हैं, उसका लिंक मैं नीचे हैं । आप खरीद के पढ़ सकते हैं |

 https://www.journals.uchicago.edu/doi/pdf/10.1086/371397

3. Soleb Inscription- सोलेब इंस्क्रिप्शन- इस इंस्क्रिप्शन का तारीख है 1400 BC | इस इनस्क्रिप्शन का डेट है 1420 BCE | आज के सूडान के नॉर्थ साइड में प्राचीन इजिप्त खंडहर मिला सोलेब |1813 में एक में एक स्विस ट्रैवलर ने पहली बार इस जगह में खोज की, उसके बाद कुछ लोगो ने इसके बारे में पता किया। फिर 1957 में जाके इस जगह की प्रॉपर तरीके से खुदाई हुई एक आर्कियोलॉजिस्ट "माइकल शिफ जॉर्जिन" ने | यह एक मंदिर था जो एक फैरो एमिनो टेफ थर्ड(Eminothep III) को समर्पित था | "टाइटस केनेडी" ने इस जगह के बारे में रिसर्च करके इस जर्नल(Link) को 2019 में पब्लिश किया | यहां पर इन्होंने एक खंबे को चिन्हित किया जिसका नाम पड़ा Column IV N4. और जब उन्होंने उस इंस्क्रिप्शन को पढ़ा, उन्हें यहोवा का नाम मिल । यहाँ लिखा है Land, Nomad, Yahweh . तोह बाइबिल के परमेश्वर का नाम 1400 BC में भी लिखित तौर पर मिलता है | इस जगह पर एक और पत्थर का स्लैब मिला जिनमें इजिप्ट के फैरो रामसेस  सेकंड(Ramses II) के बारे में लिखा गया है जिसको वैज्ञानिक डेट करते हैं 1300 BCE और यह रहा हमारा चौथा सबूत |



4. Amarah West Inscription- अमारा वेस्ट इंस्क्राइनॉक्स- इसमें भी इजरायल के साथ-साथ यहोवा का नाम लिखा गया है |


तो हम देख सकते हैं की बाइबिल में लिखे गए शहरों के नाम लोगों के नाम ही नहीं बल्कि उनके लिखे गए राजाओं के नाम और उनके परमेश्वर यहोवा के नाम तक के इनस्क्रिप्शन हमें उन जगहों पर मिल रहे हैं | इससे बड़ा कोई और सबूत है किसी के पास? कोई गुफाओं के चित्र दिखता है जहां पर कुछ लिखा भी नहीं होता जो पक्का करें कि वह कौन है. तो कोई सिर्फ शहरों के नाम दिखता है अपने नए धर्म ग्रंथो में, और वह शहरों के नाम भी अभी-अभी चेंज हुआ होता है पहले उन शहरों के नाम भी वह नहीं होता था | इन जैसे सबूत को दिखाकर अपने आप को सबसे पुराना साबित करने में लगे हुए हैं | लेकिन यहां बाइबल के लोग जगह उनके परमेश्वर का नाम लिख लिख कर बैठे हुए हैं 3300 साल पहले से फिर भी गैर मसीही कहते हैं की बाइबिल और उनके परमेश्वर काल्पनिक है 2000 साल पहले ही पैदा हुए | हमने तो कभी क्लेम भी नहीं किया कि बाइबल के लोग और नबी बहुत पढ़े लिखे थे या उनकी सभ्यता बहुत एडवांस थी | जी नहीं वह सभी बंजारे थे धीरे-धीरे सभ्यताओं में विकसित हुए, धीरे-धीरे लिखना पढ़ना सीखें, और जब से लिखना पढ़ना शुरू किया हम देख सकते हैं उनके सबूत उनके आसपास के कालखंड में जगह-जगह से मिल रही है |

5. The Berlin Pedestal Relief- द बलिन पेडेस्टल रिलीफ- यह एक इजिप्शियन ग्रेनाइट से बना एक पत्थर है | 


यह पत्थर कहां से मि इसके बारे में कहीं पर जिक्र नहीं मिलता | लेकिन अब यह पत्थर इजिप्शियन म्यूजियम ऑफ बर्लिन जो जर्मनी में है वहां रखा गया है | इसको वैज्ञानिक डेट करते हैं 1550 से 1292 BCE | 


इसमें तीन सिंबल है या इनस्क्रिप्शन है पहले किसी उसके लोन के बारे में दर्शाता है और जब हम यहशु के किताब अध्याय 13 वचन 3 को पढ़ते हैं 

(मिस्र के आगे शीहोर से ले कर उत्तर की ओर एक्रोन के सिवाने तक जो कनानियों का भाग गिना जाता है; और पलिश्तियों के पांचों सरदार, अर्थात अज्जा, अशदोद, अशकलोन, गत, और एक्रोन के लोग), और दक्खिनी ओर अव्वी भी,

तो अशकलोन भी बाइबल में मौजूद है | दूसरा सिंबल दर्शाता है कनान | तीसरा सिंबल जो राइट साइड में रेड कलर से बनाया गया है, यह ओरिजिनल में मौजूद नहीं है टूटा हुआ है | लेकिन 2001 में माइंडसेट जॉर्ज ने इसे पूरा करके कहा कि इसराइल नाम है |

6. The Amarna Letters- द अमरना लेटर्स- लेटर सुनकर यह मत सोचिए कि यह कोई खत होगा | जी नहीं यह क्ले टेबलेट्स है जो अलअमरना जो इजिप्ट के एक शहर है वहां मिला | यहां पर 382 क्ले टैबलेट्स मिले | इन टैबलेट्स के ऊपर रिसर्च हुए हैं | जैसे कि आप स्क्रीन पर देख रहे हैं |


इस पेपर का नाम है द अरना लेटर्स, पब्लिश्ड एंड ट्रांसलेटेड बाय "विलियम एल मोरेन" | इन टैबलेट्स का डेट है 1300 BC | 382 में से एक टैबलेट में एक नाम आया है हाफिरु, जिसको इंग्लिश में ट्रांसलेट किया गया है हाबीरु

बाइबल के स्कॉलर कहते हैं कि यह हाबीरु, हिब्रू लोगों के के बारे में कहा गया है, क्योंकि यह जो 382 क्ले टैबलेट्स है, वो उस समय के पॉलिटिकल मैनेजमेंट्स के बारे में कहता है, और हम बाइबल से जानते हैं कि इजराइली लोग उसी समय के आसपास कनान के देश में प्रवेश किए थे, इजिप्त के गुलामी से निकलने के बाद | लेकिन दूसरी तरफ नॉन-क्रिश्चियन स्कॉलर्स इस बात को ठुकराते हैं, कि यह हाफिरु या हाबीरु, हिब्रू शब्द नहीं है | यह किसी इजिप्ट के लोग या उनके ही किसी जाति के बारे में है | बाइबल स्कॉलर कहते हैं कि यह हपीरू हिब्रू ही है नाम अलग दिख रहे हैं क्योंकि जिन्होंने यह नाम लिखा उन्होंने अपनी भाषा में उसे लिखा ना कि हिब्रू भाषा में | इसलिए आपको लग रहा होगा कि हपी हिब्रू नहीं है जैसे कि अगर आप हिब्रू को माओरी भाषा में ट्रांसलेट करेंगे तो हाफिरु ही होता है | 


अब मैं यह आप लोगों के ऊपर छोड़ता हूं कि आप किन लोगों की बात मानेंगे |

7. The Merneptah Stele- द मर्न फ्रास टेल- 


1816 में एक अंग्रेज फ्लैंडर्स पेटरी ने इस ग्रेनाइट से बने पत्थर को खोजा था इजिप्ट के थीस के शहर में | और उसके बाद एक जर्मन विल्हेम स्विजल बर्ग ने इस पत्थर में लिखे गए शब्दों को पढ़ा | वैज्ञानिक इस पत्थर को डेट करते हैं 128 BCE| इस पत्थर में लिखा गया है कि 1212 से 1203 BCE तक इजिप्त पर मर्नफता ने राज किया था | सिर्फ इतना ही नहीं इस पत्थर पर बकायदा इजराइल का नाम साफ तरीके से लिखा गया है | पिछले सबूत में हमने देखा था कि वह इनस्क्रिप्शन थोड़ा टूटा हुआ है इसलिए विवादित है | लेकिन इस पत्थर पर साफ तौर पर नाम मिलता है | लास्ट दो लाइन में लिखा गया है कि इजिप्ट के राजा ने कानन के साथ-साथ कई-कभी लोगों को और इजरायली लोगों को हर आए थे | 


मतलब साफ है कि इजिप्ट के लोग भी इजरायली लोगों के बारे में 3200 साल पहले जानते थे और इजरायली लोग कानन जिसे आज कुछ लोग फिलिस्तीन कहते हैं वहां पर रहते थे | और हम बाइबल से भी जानते हैं इजरायल देश बनने के बारे में कि वह कहां से आए उन्होंने कितनी जगह की और कई बार तो इजरायली लोग हर भी क्योंकि उन्होंने परमेश्वर के विरुद्ध काम किया लेकिन अंत में उनकी जीत हुई और इजरायली लोग अपने पूर्वजों की जगह पर फिर से बस गए | सिर्फ यही एक पत्थर नहीं दो और पत्थर मिले जहां से हमें पता चलता है कि बाइबल क्यों इतिहास पर खरा साबित होता है |

https://armstronginstitute.org/122-merneptah-stele-proving-israels-3200-year-existence

https://www.historyofinformation.com/detail.php?id=1561

https://joyofmuseums.com/museums/africa-museums/egypt-museums/cairo-museums/egyptian-museum/merneptah-stele/

8. Tel Dan Stele- टेल डन स्टेल या फिर हाउस आफ डेविड स्टोन-


जिसका डेट है 870 से 750 बी यहां पर 3 इनस्क्रिप्शन को खोजा गया 1993 से 1994 के बीच और इसे अब इजरायल की म्यूजियम में रखा गया है तो जब इन इनस्क्रिप्शन को पढ़ा गया तो यह पता चला आप खुद बढ़ सकते हैं

आठवां लाइन पढ़िए किंग ऑफ इजराइल(King of Isarel)
नौवा लाइन में हाउस आफ डेविड(House of David) और यह सभी चीज, बाइबिल के नाम के साथ हम मैच करते हैं |

9. Mesha Stele or Moabite Stele- मेशा स्टील है या मोबाइल स्टील- 840 BCE. इस पत्थर को 1868 से 1870 के बीच जॉर्डन के डिब्बो शहर आज इस शहर का नाम है दीवाना यहां पर मिला पत्थर के 18वें लाइन पर बाइबल के परमेश्वर यहोवा का नाम लिखा गया है |


यह लो भाई और कितने सबूत चाहिए किसी को यह भी का नाम फिर से आ गया जब इसराइल एक बसी बसाई कबीर बानी दौड़ के समय तब वहां और उसके आसपास के लोग इसराइल और उनके परमेश्वर के बारे में लिखने भी लगे थे |

10. Kuntil Ajrud Inscription- कुंटेल अजरुद इंक्रिप्शन- 1975/76 में सिनाई पेनिनसुला में खुदाई हुई तब यह इनस्क्रिप्शन मिला | इस इनस्क्रिप्शन पर भी Yahweh का नाम मिला | और इस लेख पर रिसर्च हुआ है और इस रिसर्च पेपर को पब्लिश किया गया है 2011 में | इस जगह पर जब खुदाई हुई तो पत्थर और पॉटरी भी मिले उनमें से एक पोटली जिसे ए नामकरण किया गया है यहां पर यह हुए का नाम मिला साथ-साथ दो और लोकल देवी देवताओं के नाम मिले जैसे कि दशहरा और जब हम बाइबल पढ़ते हैं पहला राजा अध्याय 15 वचन 13 में अशेरा का नाम आया है जो एक लोकल देवी थी उसे जगह पर अब इस साइट और इन चीजों का डेट क्या है?  रेडियो मैट्रिक और सेरेमिक कंपैरिजन से वैज्ञानिक इस जगह और इन सभी चीजों को 8th सेंचुरी बीसी का डेट करते हैं यानी 2800 साल पहले का | 

https://www.academia.edu/11659353/The_Inscriptions_of_Kuntillet_Ajrud_Through_the_Lens_of_Historical_Research_UF_43_2011_299_324

11. The Curse Tablet of Ebal- द कर्स टैबलेट ऑफ इबाल- माउंट इबाल जो आज के फिलिस्तीन का कब्जा किया हुआ वेस्ट बैंक का इलाका है जो आप स्क्रीन पर देख रहे हैं वहां यह टैबलेट मिला | 1982 में जब इन जगहों पर खुदाई शुरू हुई तब 2019 में यह छोटा सा टैबलेट मिला | और जैसे ही मिला इन लोगों ने इसका बिना रिसर्च पेपर पब्लिश किए बिना sabhi के मंजूरी के दुनिया के सामने रख दिया | इसलिए इस टैबलेट को लेकर आर्कियोलॉजिस्ट के दुनिया में डिबेट्स छिड़ गई | और जिस टीम ने इसको अपने तरीके से चेक किया, बाद में उन्होंने अपना भूल कबूल किया कि हां हमें इसके बारे में पहले पियर रिव्यू करके इसका रिसर्च पेपर पब्लिश करना चाहिए था | तभी दुनिया के सामने प्रस्तुत करना था | यह चीज तो इन्होंने माना | और जब इस टैबलेट का डेटिंग किया गया सभी वैज्ञानिकों ने माना कि इसका डेट है 1200 बीसी | इस टैबलेट में यह लिखा है |


 तो हम देख सकते हैं कि बाइबल के परमेश्वर का नाम फिर से एक और इंस्क्राइनॉक्स 
में मिला |

12. Ipuwre Papyrus- इपुवेरे पेपिरस- 2018 में एक इंडिपेंडेंस स्कॉलर Anna Habermel ने इस पर पारस को पढ़कर अपना यह पेपर दुनिया के सामने प्रेजेंट किया |


 इस पूरे पेपिरस को वैज्ञानिक देर करते हैं 1250 बी तो जब हम आना की इस पेपर को पढ़ेंगे उन्होंने कुछ सिमिलरिटी से इस पर पाइल्स और बाइबल के इंसिडेंट जो मूसा के टाइम में हुआ था मिलाया जैसे कि उन्होंने एक टेबल बनाया बाइबल और पेपिरस की घटनाओं को दिखाने के लिए एक तरफ पेपिरस का स्टेटमेंट और दूसरी तरफ है रेफरेंस 

पहले टेक्स्ट है There's blood everywhere, lo the river is blood और बाइबिल में जो रेफरेंस है वह लिखा है निर्गमन 7 वचन 20 में All the Waters that were in the river were turned to river

दूसरा है one thirst of water और बाइबिल में जो रेफरेंस है वह लिखा है निर्गमन 7 वचन 24 में And the Egyptian digged round about the river for water to drink, for they could not drink of the water of the river.

तीसरा lo trees are felled branches stripped और बाइबिल में जो रेफरेंस वह लिखा है निर्गमन 9 वचन 25 में And the hail break every tree of the field |

तो इस तरह हम देख सकते हैं कि बाइबल के घटना का एक और सबूतर आर्कियोलॉजी के इनस्क्रिप्शन से |

13. Sodom and Gomorrah-


बाइबल के उत्पत्ति अध्याय 13 से हम जानते हैं कि अब्राम के भतीजे ल जब उनसे अलग हुए तो लूटो एक विकसित और धनवान सभ्यता की तरफ गया लेकिन वह नगर पाप से भरा हुआ था इसके बारे में लूट को पता नहीं था तो जब परमेश्वर ने उसे नगर को उसके पाप के कारण विनाश किया यह नगर खंडहर बन गया इस जगह के ऊपर रिसर्च भी हुए हैं और इस जगह को यह लोग सद्दाम और अनाथ है के टोल हम मैं कहते हैं और अपने इस रिसर्च पेपर में उन्होंने कहा कि यह जगह कैसे नष्ट हुआ पहले थ्योरी है कि यह जगह कोई हाई टेंपरेचर की वजह से जल गया कुछ जले हुए पटरी और अलग-अलग अवशेष मिले जो किसी हाई टेंपरेचर की वजह से जल चुके थे एक और थ्योरी वह देते हैं कि इस शहर पर चढ़ाई हुई थी किसी सेवा के द्वारा एक और थ्योरी कहता है कि भूकंप की वजह से भी यह शहर वीरान पड़ गया चाहे जो भी कारण हुआ हर चीज बाइबल के साथ हम मेल खाता है |

https://www.nature.com/articles/s41598-021-97778-3

https://www.smithsonianmag.com/smart-news/destruction-of-city-by-space-rock-may-have-inspired-biblical-story-of-sodom-180978734/

https://evidence-for-the-bible.com/archeological-evidence-for-the-bible/archeological-evidence-for-the-destruction-of-sodom-and-gomorrah/

14. Kettef Hennom Scrolls- कटफ हेन्नोम स्क्रोल्स-


सिल्वर के दो पट्टे KH1 और KH2 | इसको कटफ नम एमले भी कहा जाता है | डेट है 650 बीसी से 587 बीसी | इजराइल के म्यूजियम में लिखा गया है | 1979 में जेरूसलम के पास कैटफ नम के जगह पर खुदाई हुई तब ये दो स्क्रोल मिले | 


पहला स्क्रोल KH1 पर यह लिखा है | यावे द ग्रे टी ब्रैकेट में है क्योंकि वह जगह असली स्क्रोल में मिट चुका है द कवनेंट्स टुवर्ड्स दोज हु लव दोज हु कीप द इटरनल ब्लेसिंग मोर देन एनी फॉर रिडेंपशन इज इन हिम फॉर यावे इज अवर रेस्टोरर रॉक मैं यावे ब्लेस यू एंड कीप यू यावे मेक शाइन | तो यह सब बिब्स पैसेजेस की तरह है | और फिर से बकायदा यवे का नाम इंस्क्राइनॉक्स इनस्क्रिप्शन पर मिल रही है फिर भी अगर कोई कहता है कि बाइबल का परमेश्वर काल्पनिक है उससे बड़ा डर तो इस दुनिया में नहीं मिलेगा इसके एक और स्क्रोल KH2 पर भी आप देख सकते हैं यह का नाम और बीब्लिकल पैसेज इसका रिकॉर्ड मिलते हैं |

15.Sennacherib's Anal- ये मिटटी के बने प्रिज्म के आकार से बने हुए आकृति 1830 में मेसोपोटामिया के असीरियन एंपायर के इलाके में मिला | इसका डेट है 690 BCE | यह अब इजराइल के म्यूजियम में रखा गया है | यह उस समय के असीरिया के राजा सनाशरीफ और उसके जंग के बारे में बताती है | यह महत्त्वपूर्ण इसलिए है कि इसमें भी इजराइल और उस समय के इजराइल के राजा हेजकिया के बारे में बताती है जिसे हम बाइबल में पढ़ सकते हैं दूसरा इतिहास 31 में | इन प्रिज्म के ऊपर एक रिसर्च पेपर लिखा है डेनियल डेविड लकनबिल जो यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के सिमटिक लैंग्वेजेस के प्रोफेसर हैं | 

The Annals of Sennacherib

उन्होंने इन इंस्क्रिप्शन के लेख को पढ़ा और ये लिखा The wide disctrict of Judah, the strong proud Hezekiah, its king, i brought in the submission.

एक और जगह पर ये लिखा है, I overthrew the wide province of Judah on Hezekiah, its king, i laid down my yoke.

अब देखते हैं बाइबल में क्या लिखा है दूसरा राजा 18 वचन 13 में लिखा है

हिजकिय्याह राजा के चौदहवें वर्ष में अश्शूर के राजा सन्हेरीब ने यहूदा के सब गढ़ वाले नगरों पर चढ़ाई कर के उन को ले लिया।

क्या पढ़ा हमने? एक ऐतिहासिक असीरियन राजा का नाम भी बाइबल में है | सिर्फ राजा का नाम नहीं बल्कि उस राजा ने इजराइल और जूदा पर चढ़ाई की इसके बारे में भी बाइबल में लिखा गया है | मैं आपको पूरा कहानी नहीं सुनाऊंगा क्योंकि यह वीडियो सिर्फ आर्कियोलॉजी के सबूत के बारे में है | अब बताइए ऐसा ऐतिहासिक सबूत आपको दुनिया में कोई और धर्म वाला दे सकता है? फिर भी कुछ लोग कहते हैं कि बाइबल सिर्फ एक कहानियों का किताब है |

https://www.livius.org/sources/content/anet/287-the-sennacherib-prism/

https://www.worldhistory.org/image/2469/the-taylor-prism-of-king-sennacherib-nineveh/

https://www.historyofinformation.com/detail.php?id=2416


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