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Muhammad in Song of Solomon 5: 16 | मुहम्मद का नाम श्रेष्ठगीत में लिखा गया है

 क्या मुहम्मद का नाम श्रेष्ठगीत में लिखा गया है | Muhammad in Song of Solomon 5: 16

जय मसीह की दोस्तों आप सब को मैं यह यीशु के नाम से स्वागत करता हूं | आज हम बात करेंगे Song of Solomon यानी श्रेष्ठगीत के बारे में | जहां जाकिर नायक-अहमद दीदात-शब्बीर अली और उनके अंधे चेले यह दावा करते हैं कि, इस किताब में उनके नबी मोहम्मद का नाम है Hebrew भाषा यानी इब्रानी भाषा में लिखा गया है| आज का Article बहुत ही शर्मिंदा भरा होनेवाला है उन मुसलमानों के लिए जो इस बात को मानते हैं | और Article देखने के बाद गालियों की बरसात हो जाएगी क्योंकि इस तरह का Refutation Article इस्लाम का शायद ही किसी ने नहीं पेश किया होगा | तो मैं सभी से निवेदन करता हूं शांत मन से Article को अंत तक पढ़ें |

आपको यूट्यूब पर जाकिर नायक और उसके जैसे कई लोगो की वीडियो आपको मिल जाएंगे जहां वह कहते हैं कि Muhammad is Mentioned by name in Song of Solomon Chapter 5 Verse 16 | क्या आपको पता है दोस्तों की यह लोग भोले भाले मुसलमानों को क्यों बेवकूफ बना पाते हैंक्योंकि जो लोगों की बातें सुनते हैं उनमें से ज्यादातर लोग अनपढ़ होते हैं | वोह बस उनके बातों पर यकीन कर देते हैं | और उसी विश्वास का फायदा उठाते हैं जाकिर नायक जैसे पाखंडी लोग |दूसरा जो लोग पढ़े लिखे होते हैं वह खुद अपना दिमाग लगाकर कभी यह नहीं सोचते कि चलो एक बार मैं खुद जाकर उस अध्याय को पढ़लूं जहां मेरे धर्म के नबी के बारे में लिखा गया है | अगर वह लोग उस अध्याय को पढ़ लेते तो सबसे पहले वह इन झूटो का भांडा फोड़ दें | और वह अपने धर्म के लोगों को भी सही बात बता कर उनका भला करते | लेकिन नहीं जब उनका धर्म उनके खुदा ही यही सीखा है कि अगर धर्म के लिए झूठ बोलना पड़े तो बोल दो | हम तो क्या कोई भी उनसे क्या उम्मीद कर सकता है | लेकिन दोस्तों यह दुनिया को जिसने बनाया है इस ब्रह्मांड को जिसने बनाया है वह कहता है कि हमेशा सत्य कहो | और जो सवाल पूछे उसे सच्चा जवाब दो ताकि भोले-भाले लोग इन पाखंडियों के जाल में ना फंस जाएं |

चलिए टॉपिक ही और आते हैं Song of Solomon या श्रेष्ठगीत | कई मुसलमान, अपना नाम, अपना रुतबा-पैसे कमाए इस किताब को एक गन्दी किताब कहके | जी हाँ दोस्तों, सारे मुसलमान और उनको कॉपी करते हुए कुछ हिन्दू भी कहते हैं कि श्रेष्ठगीत एक गंदी किताब है | लेकिन बहुत ही अचम्भे की बात है कि उसी गंदी किताब में उनके नबी का नाम ढूंढ कर दिया उसी गन्दगी का एक हिस्सा है | कितने मुसलमान है यह मानोगे? हमने तीन से चार वीडियो बना दिया इसी टॉपिक के ऊपर लेकिन आज तक एक भी मुसलमान करीबन 1.6 बिलियन 1.6 अरब मुसलमान है दुनिया में किसी ने अपने नबी और अपने खुदा की इज्जत बचाने की कोशिश नहीं की, जाकिर नायक को झूठा बोलके | बस गंदी गंदी गालियां देते हैं कमेंट सेक्शन में और साबित करते  हैं कि यही इनकी शिक्षा है | कौन है वह मुसलमान हम जो यह कहदे कि Song of Solomon जिसे हम मुसलमान, बाइबल की एक गंदी किताब मानते हैं | और उसमें हमारे नबी का नाम लिखा गया है तो हमारे नबी भी उसी गंदगी का हिस्सा है? अपना नाम कमेंट में लिख सकते हैं | ये अंधे चेले अपने नबी और खुदा के भी अपमान कर देंगे लेकिन जाकिर नायक, अहमद दीदात और शब्बीर अली को कभी झूठा नहीं कहेंगे |

इन मुसलमानों के हिसाब से मोहम्मद समलैंगिक, मतलब जो  पुरुष से प्रेम करता है और शवकामुकता है जो इंसान एक दूसरे मरे हुए इंसान हैं उससे शारीरिक संभोग के रूप से आकर्षित होता है | उसे शवकामुक इंसान कहा जाता है | यह सुनने के बाद हमारे मुसलमान दोस्तों के रंगों में गुस्सा आएगा हमारी तरफ, लेकिन वह यह नहीं समझते कि यह सब हम नहीं बल्कि उनके प्यारे जाकिर नायक अहमद दीदात शब्बीर अली और खुद अपनी जुबान से कह रहे हैं | जब आप श्रेष्ठ गीत अध्याय 5 : 16 में मोहम्मद को जबरदस्ती डाल रहे हो | तो अगर गुस्सा होना है तो पहले उनसे पर अपने आप से गुस्सा करो ना कि उससे जो आपकी आंखें खोलने में लगा है | तो चलिए जानते हैं श्रेष्ठ गीत के बारे में |

श्रेष्ठ की पुस्तकें दिखाता है स्वामी उसकी धर्मपत्नी के प्यार और शारीरिक इच्छा | इस किताब में सुलैमान अपनी पत्नी की सुंदरता की तारीफ करते हैं और वैसे ही उनकी पत्नी अपने पति सुलेमान की तारीफ करती हैं | और हमारे मुसलमान दोस्त कहते हैं कि यहां मोहम्मद है | और यही पाखंडी मुसलमान कहते हैं कि यह किताब एक गंदी किताब है क्योंकि इसमें अश्लील चीजें लिखी गई हैं | जैसे कि श्रेष्ठगीत 7: 1-3

1 हे कुलीन की पुत्री, तेरे पांव जूतियों में क्या ही सुन्दर हैं! तेरी जांघों की गोलाई ऐसे गहनों के समान है, जिस को किसी निपुण कारीगर ने रचा हो।
तेरी नाभि गोल कटोरा है, जो मसाला मिले हुए दाखमधु से पूर्ण हो तेरा पेट गेहूं के ढेर के समान है जिसके चहुँओर सोसन फूल हों।
तेरी दोनों छातियां मृगनी के दो जुड़वे बच्चों के समान हैं।

यहां सुलेमान अपनी पत्नी की तारीफ काव्य तरीके से करते हैं और अपने पत्नी की तारीफ के पुल बांधते हैं | और जाकिर नायक जिसे मुसलमान कहते हैं कि इस किताब में मोहम्मद का नाम है | मतलब, मोहम्मद एक प्रेमी जोड़े के बीच गया | इसीलिए चलिए, पढ़ते हैं वह अध्याय संदर्भ में जहां उनके नबी का नाम लिखा गया है |

श्रेष्ठगीत 5: 8-16

हे यरूशलेम की पुत्रियों, मैं तुम को शपथ धराकर कहती हूं, यदि मेरा प्रेमी तुम को मिल जाए, तो उस से कह देना कि में प्रेम में रोगी हूं।
हे स्त्रियों में परम सुन्दरी तेरा प्रेमी और प्रेमियों से किस बात में उत्तम है? तू क्यों हम को ऐसी शपथ धराती है?

तो यहां येरूशलेम की पुत्रियां सुलेमान के पत्नी से पूछते हैं कि आप क्यों अपने पति के बारे में ऐसा सोचते हैं वह सभी अन्य पुरुषों से बेहतर क्यों हैं | फिर सुलेमान की पत्नी अपनी सहेलियों को जवाब देती है जो लिखा है वचन 10 से 16 तक चलिए पढ़ते हैं और ढूंढते हैं कहां पर मोहम्मद की भविष्यवाणी या मोहम्मद का नाम लिखा है |

10 मेरा प्रेमी गोरा और लाल सा है, वह दस हजार में उत्तम है।
11 उसका सिर चोखा कुन्दन है; उसकी लटकती हुई लटें कौवों की नाईं काली हैं।
12 उसकी आंखें उन कबूतरों के समान हैं जो दुध में नहा कर नदी के किनारे अपने झुण्ड में एक कतार से बैठे हुए हों।
13 उसके गाल फूलों की फुलवारी और बलसान की उभरी हुई क्यारियां हैं। उसके होंठ सोसन फूल हैं जिन से पिघला हुआ गन्धरस टपकता है॥
14 उसके हाथ फीरोजा जड़े हुए सोने के किवाड़ हैं। उसका शरीर नीलम के फूलों से जड़े हुए हाथीदांत का काम है।
15 उसके पांव कुन्दन पर बैठाये हुए संगमर्मर के खम्भे हैं। वह देखने में लबानोन और सुन्दरता में देवदार के वृक्षों के समान मनोहर है।
16 उसकी वाणी अति मधुर है, हां वह परम सुन्दर है। हे यरूशलेम की पुत्रियो, यही मेरा प्रेमी और यही मेरा मित्र है॥

वचन 16 जहाँ मुसलमान कहते है की मुहम्मद का नाम लिखा गया है क्योंकि हिब्रू भाषा या इब्रानी भाषा में मधुर को मोहम्मद करके लिखा गया है | लेकिन दूसरे भाषा में इस नाम को चेंज कर दिया गया है | लेकिन जब हम इब्रानी भाषा के बाइबिल में देखेंगे तो वहां मधुर के जगह मोहम्मद का नाम है लिखा गया है | इसीलिए वचन 16 मोहम्मद के बारे में कहती है | यह देखे हिब्रू भाषा में लिखा है मोहम्मदीम जो मोहम्मद से मिलता-जुलता है pronounce करने में | मुसलमान कहते हैं कि मोहम्मदीम और मोहम्मद सेम है | मोहम्मदीम इसीलिए लिखा गया है इब्रानी भाषा में कि जब किसी को सम्मान दिया जाता है तब इम लगा देते हैं | जैसे कि एलोहिम - मोहम्मदीम | अच्छा मूर्खों का तर्क है | यहाँ फिर से इन जैसे मूर्ख अपना रायता कैसे फैलाते हैं उनके इस बेकार तर्क का खंडन करते हैं |

इब्रानी भाषा में इस शब्द को मोहम्मदीम नहीं मक्खमदीम pronounce किया जाता है | तो क्या मक्खमदीम और मोहम्मद same है? बिल्कुल नहीं |

दूसरा वह मूर्ख कहते हैं की इब्रानी भाषा में जब किसी को सम्मान से बुलाया जाता है या लिखा जाता है तो वहां इम लगा देते हैं | जैसे एलोहिम और मोहम्मद के केस में मक्खमदीम | यह साफ साफ झूठ है मेरे दोस्तों | क्योंकि इब्रानी भाषा में ऐसा कुछ नहीं है जहां सम्मान देना हो तो इम लगाना चाहिए | क्या आपने कभी सुना है आदम को आदमीम बुलाते हुए? इब्राहिम को इब्राहिमम बुलाते हुए? राजा दाऊद को दाऊदइम बुलाते हुए या यीशु को यीशुइम बुलाते हुए? मेरी तोह हस हस के जान निकलने वाली थी ये सब सुनके।  कहाँ से आतें है ये लोग

इस वचन में इम जो कि एक Plural शब्द, मतलब एक से ज्यादा, इसलिए इस्तेमाल किया गया है क्योंकि हमने पढ़ा वचन 10-16 जहां सुलेमान के पत्नी अपने पति के अलग-अलग अंगों की तारीफ करती हैं | 2 से ज्यादा को Plural कहते हैं, और यहां वैसे ही हुआ है | सुलेमान के पत्नी अपने पति के शरीर के सभी अंगों की तारीफ कर रही थी इसीलिए इम एक Plural शब्द इस्तेमाल किया गया है |  

यह देखिए सुलेमान की पत्नी किन चीजों की तारीफ कर रही थी अपने पति के सर, उसके बाल उसकी आंखें उसके गाल उसके होंठ उसके बाहु उसका पूरा शरीर उसके पाँव उसके मुंह | यह सभी एक अंग नहीं बल्कि बहुत सारे अंग हैं सर से पांव तक | इसीलिए यह शब्द इम इस्तेमाल हुआ है इस वचन में | और जब हम सिर्फ मधुर को इब्रानी में लिखेंगे, तोह वहां मक्खमद जाएगा, क्योंकि यहां सुलेमान के कई अंगों के बारे में उनकी पत्नी व्याख्या कर रहे हैं | इसीलिए यहां मक्खमदीम लिखा गया है और उसका मतलब परम सुंदर | अंग्रेजी में उसे All Together Lovely है, नाकि अरबी मोहम्मद है |

यहां सभी मुसलमान एक गलती करते हैं जिसको Phonic Falacy कहते हैं जिसका मतलब दो अलग भाषा में मौजूद एक शब्द जब सुनने में एक जैसा लगे लेकिन उसका मतलब पूरा अलग हो | इब्रानी और अरबिक दो अलग भाषा है | मुसलमान सोचते हैं मक्खमद थोड़ा-थोड़ा मोहम्मद का उच्चारण जैसा लग रहा है तो वह दोनों शब्द एक ही है | अगर यही इन मुसलमानों का तर्क है तो यह उनके खुदा अल्लाह की इतनी बेइज्जती करता है कि आप सोच भी नहीं सकते | उदाहरण के स्वरूप में मुसलमान हमेशा एक शब्द उच्चारण करते हैं अल्लाह हू अकबर | अरबी में इसका मतलब अल्लाह महान है या अल्लाह सर्वश्रेष्ठ हैं | चलिए उनके तर्क को इस शब्द में अब हम भी लगाते हैं | इब्रानी भाषा में अकबर का उच्चारण एक चूहे को कहा जाता है | जब एक रानी एक चूहे को देखता है तो वह अख़बार कहता है | तो अगर हम इब्रानी भाषा को एक माने जिसे मुसलमान होते हैं तो वह अपने खुदा को अल्लाह हू अकबर कहते हैं जिसको अगर मैं इब्रानी भाषा में समझो तो अल्लाह एक चूहा है | एक मुसलमान और जो यह मानता है कि उनके खुदा चूहा है अपना नाम कमेंट में लिख सकता है | देखते हैं कितने सच्चे धार्मिक निकलते हैं | और कितनी बेइज्जती करोगे अपनी और अपने खुदा की मेरे मुसलमान दोस्तों?

यही होता है जब मूर्ख, परमेश्वर के साथ खिलवाड़ करते हैं | चलिए थोड़ा दयालु बनजाते हैं | हम मान लेते हैं कि श्रेष्ठगीत 5 वचन 16 में मोहम्मद की भविष्यवाणी या मोहम्मद का नाम लिखा है | में अपने मुसलमान दोस्तों से मान रहा हूं कि इब्रानी भाषा का वह शब्द मोहम्मद है | और सुलेमान की पत्नी मोहम्मद का नाम ले रही थी श्रेष्ठ गीत के वचन 16 में | अब देखते हैं कि कौन से परेशानी होगी या ऐसी गंदी चीजें निकलकर आएगी जब मुसलमान इस तरह की हरकत करते हैं |

पहला हमने देखा इस अध्याय में सुलेमान की पत्नी मोहम्मद की भविष्यवाणी कर रही है मोहम्मद का नाम लेकर | तोह सुलैमान की पत्नी भी एक नबी हुई, क्योंकि जो भविष्यवाणी करता है और वह भविष्यवाणी सच होता है तो वह एक नबी हुआ ना। क्या आप मानोगे? मुझे एक सबूत दिखाइए जहां कहा गया हो कि सुलेमान के पत्नी भी एक नबी है |

इस अध्याय में सुलेमान के पत्नी एक मर्द के शरीर की तारीफ कर रही हैं | और यह सही होगा जब वह अपने पति सुलेमान की तारीफ कर रही थी | लेकिन नहीं मेरे दोस्तों मुसलमान जोर देकर कहते हैं कि यह मोहम्मद के बारे में है | तो यह लोग सुलेमान के पत्नी के ऊपर लांछन लगा रहे हैं कि वह किसी दूसरे मर्द यानी मोहम्मद के अंगों की तारीफ कर रहे हैं | यह तो सीधे तौर से सुलेमान के पत्नी का अपमान है क्या आप मानोगे?

अगर वचन 16 मोहम्मद के बारे में है, तो सुलेमान की पत्नी मोहम्मद को अपना जानामा अपना माशूक कहकर बुला रहे हैं | और Chapter 7: 10 में सुलेमान के पत्नी कह रहे हैं कि मैं अपने माशूक की और वह बने हैं सिर्फ मेरे लिए | तो सुलेमान के पत्नी का माशूका कौन है मुसलमानों को हिसाब से मोहम्मद और मोहम्मद के सुलेमान की पत्नी | और इसी अध्याय में किस तरह की बातें लिखी गई है प्रेम की शारीरिक इच्छाओं की | सभी को पता है कि सुलेमान के पत्नी मोहम्मद के जन्म से पंद्रह सौ साल पहले मर चुकी हैं | हम उन्हें क्या बुलाते हैं जो मरे हुए शारीरिक वासना इच्छा रखता है | उसे कहते हैं शवकामुकता |

देखा दोस्तों खुद मुसलमान अपने नबी मोहम्मद को कैसे कैसे नाम से संबोधित करते हैं | बस इतना ही नहीं और बाकी है | जिसे मुसलमान कहते हैं कि मोहम्मद का नाम इब्रानी भाषा में मक्खमद होता है | तो चलिए ढूँढ़ते हैं और जानते है की क्या बाइबिल में कहीं और ये शब्द इस्तेमाल हुआ है?

यहेजकेल 24:16-  हे मनुष्य के सन्तान, देख, मैं तेरी आंखों की प्रिय को मार कर तेरे पास से ले लेने पर हूँ; परन्तु तू रोना-पीटना और आंसू बहाना

अगर आप इस अध्याय को पढ़ेंगे तो यहां जो आंखों की प्रिय है यहेजकेल की पत्नी को कहा गया है | जब हम इस वचन को इब्रानी भाषा में देखते हैं तो लिखा है मक्खमद |और मुसलमानों के हिसाब से यह मक्खमद नहीं मोहम्मद है | इसका मतलब इस्लाम के नबी मोहम्मद, यहेजकेल की पत्नी हैं | कौन है वह मुसलमान जो यह मानें कि मोहम्मद, यहेजकेल की पत्नी है? जरा बताइए अपना नाम | और मेरे दोस्तों हम उस पुरुष को क्या कहते हैं जो दूसरे पुरुष से प्रेम करता है या विवाह करता है | आप खुद समझदार हैं | चलिए एक और पढ़ते हैं इसी अध्याय 5 वचन 21

21. तू इस्राएल के घराने से कह, प्रभु यहोवा यों कहता है, देखो, मैं अपने पवित्र स्थान को जिसके गढ़ होने पर तुम फूलते हो, और जो तम्हारी आंखों का चाहा हुआ है, और जिस को तुम्हारा मन चाहता है, उसे मैं अपवित्र करने पर हूं; और अपने जिन बेटे-बेटियों को तुम वहां छोड़ आए हो, वे तलवार से मारे जाएंगे। 

दोबारा चाहा हुआ है. इब्रानी भाषा में इसे मक्खमद लिखा गया है | तो मुसलमानों के हिसाब से हम इससे मक्खमद नहीं मोहम्मद का के पढ़ना है | तो इस वचन में यहोवा परमेश्वर यह नहीं कह रहे हैं कि वह इस्राएलियों की आंखों का चाहा हुआ को तबाह करेंगे, बल्कि मुसलमानों के हिसाब से यहां यहोवा परमेश्वर मोहम्मद को तबाह करेंगे

मुझे पता है कि कई मुसलमान है यह सुनकर मुझे मारना चाहते होंगे मुझे बद्दुआ देते होंगे | क्योंकि जब हम उनके तर्को को लेकर यह साबित किया कि वह कितने बड़े पाखंड हैं और उनके हिसाब से मुझे सच्चाई नहीं बोलना चाहिए | क्या आप यही चाहते हो कि मैं बस झूठ बोलूं? सभी लोगों को खुश करूं? वचन को गलत पढ़ो ताकि मुसलमानों को खुश कर सको? तो कमेंट में लिखें कि आज से मैं सिर्फ झूठ बोलूं | और मेरे दोस्तों आप हमसे क्यों गुस्सा हो जबकि यह सारी बातें आप खुद बोल रहे हो जाकिर नायक अहमद दीदात और शब्बीरअली जैसे मुसलमान बोल रहे हैं | जब आप कहते हो कि Song of Solomon श्रेष्ठ गीत में मोहम्मद का नाम लिखा है | क्या अब आप अपने आप को मारोगे या तो जाकिर नायक और आप सभी मुसलमानों झूठे हो, या बाइबिल झूठा है | अगर बाइबिल झूठा है तो इस झूठे किताब में आप अपने नबी का नाम क्यों ढूंढ रहे हो ? लोगों को कन्वर्ट करने के लिए? जवाब कमेंट में दे सकते हैं | यही होता है दोस्तों जब आप बाइबल को गलत तरीके से लोगों को कहोगे | परमेश्वर के वचन के साथ खिलवाड़ मतलब अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने का समान है

अरे मेरे दोस्तों हम धूल के समान नहीं है इस पूरे ब्रह्मांड में, और जिसने इस तरह के कई ब्रह्मांड को बनाया आप उसके वचन को तोड़ मरोड़ रहे हैं | मन फिर आइए मेरे मुसलमान दोस्तों | यहोवा आपको अभी माफ कर देंगे क्योंकि यह बात सभी से प्रेम करता है बस मन फिराने की देरी है | प्रभि यीशु मसीह आप सभी को आशीष करें |


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